Rajesh Exports Story: भारत में स्टार्टअप कल्चर तेजी से बढ़ रहा है। हर दिन नए-नए स्टार्टअप शुरू हो रहे हैं, जो देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊँचाइयों पर ले जा रहे हैं। इन स्टार्टअप्स की सफलता से प्रेरित होकर कई युवा उद्यमी भी अपने सपनों को पूरा करने के लिए आगे आ रहे हैं।
जब हौसले बुलंद और मन में कुछ अलग करने का जज्बा हो तो इंसान कुछ भी कर सकता है। इसी कडी में आज हम लेकर आये हैं उस इंसान की जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए 10000 का लोन लेता है और अपने हौसलों और कड़ी महनत से करोड़ाें की एक बडी कंपनी खड देता है।
आज हम आपको Rajesh Exports Story बताने जा रहें हैं। Rajesh Mehta जी जो कि भारतीय उद्योगपति हैं और Rajesh Exports के नाम से Exports का बिज़नेस करते हैं। Rajesh Mehta को भारतीय स्टार्टअप की दुनिया में सोने का सौदागर भी कहा जाता है।
Rajesh Exports Story के जरिये आपको बताइगें कि Rajesh Mehta जी ने कैसे Rajesh Exports कंपनी को करोड़ों की ऊंचाई पर पहुचाया है। Rajesh Exports कंपनी को राजेश मेहता जी ने कुछ साल ही Stock market में लिस्ट भी कराया है।
शुरूआती दिनों में राजेश मेहता
भारत के गुजरात राज्य में रहने वाले राजेश मेहता बचपन में डॉक्टर बनना चाहते थे, पर ऐसा नहीं हो सका क्योंकि किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। राजेश जी के पिता जसवंतरी मेहता ज्वैलरी का बिजनेस करते थे। और अपने इसी बिजनेस को आगे बढाने के लिए जसवंतरी मेहता कर्नाटका आए और यही रहने लगे। राजेश जी की पढाई लिखाई भी इसी शहर कर्नाटक में हुई है।
16 साल की उम्र में Rajesh Mehta ने अपनी पढ़ाई के दौरान ही अपने पिता के साथ कामकाज में हाथ उठाना शुरू कर दिया था। बिजनेस में अपने पिता का हाथ बटाते हुए ही उन्होंने ज्वैलरी इंडस्ट्री में कुछ बहुत बड़ा करने का सपना देखा, और अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए Rajesh Mehta ने Rajesh Exports कंपनीका सफर शुरू किया था।
10,000 उधार लेकर बना डाली 13,800 करोड़ की कंपनी
अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए राजेश नेअपने भाई से ₹2000 उधार लिए और बैंक से ₹8000 का लोन लिया, इस तरह ₹10000 इकट्ठा कर साल 1982 में राजेश ने Rajesh Exports के नाम से अपनी कंपनी की शुरुआत की।
प्रारंभ में राजेश चेन्नई से ज्वैलरी खरीदने थे और उसे गुजरात में भेज देते थे लेकिन बाद में जब उन्हें इस काम में सफलता मिलने लगी तो उन्होंने अपने कारोबार को और आगे बढ़ाने के लिए हैदराबाद से लेकर चेन्नई तकअपने ज्वेलरी बिजनेस को फैलाना प्रारंभ कर दिया।
राजेश मेहता ने साल 1989 में सोने के आभूषण बनाने की मैन्युफैक्चरिंग के बारे में सोचा और बेंगलुरु में एक छोटे लेवल की Gold Manufacturing Unit की शुरुआत की। यह राजेश मेहता जी के जीवन का सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट था जहां से उन्होंने सोने से बने आभूषणों को पूरी दुनिया में बेचना प्रारंभ किया और इसी Manufacturing Unit ने उनकी दुनिया बदल दी। इसी Manufacturing Unit, Rajesh Exports में बदल कर आज 13800 करोड रुपए कीमत वाली कंमनी बन चुकी है।
Rajesh Exports स्टॉक मार्केट में भी लिस्ट हो चुकी हैं
राजेश मेहता जी की कंपनी Rajesh Exportsअब स्टॉक मार्केट में भी लिस्टेड है शेयर बाजार में 13800 करोड रुपए का मार्केट कैप वाली कंपनी हर साल 400 टन से ज्यादा सोने के आभूषण बनती है जिस वजह से पूरी दुनिया इन्हें Gold Exporter के रूप में जानती है।
हम आपको बताना चाहेंगे कि Gold Exporter का अपना Gold Refinery स्विट्जरलैंड देश में भी है। राजेश मेहता आज जो कुछ भी हैंऔर इतनी बड़ी कंपनी खड़ी कर सकेउसकाकरणसिर्फ इतना हैकि उन्हें खुद पर भरोसारखा और सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते रहे।
Rajesh Mehta Interview
Rajesh Exports Story Overview
आर्टिकल का नाम | Rajesh Exports Story |
स्टार्टअप का नाम | Rajesh Exports |
फाउंडर | Rajesh Mehta |
गृह राज्य | Gujarat, India |
Revenue (FY21) | Approx. $32 Billion |
Official Website | http://rajeshindia.com/ |
Our Telegram Channel Link | Click Here |
हम आशा है कि Rajesh Exports Story का यह लेख आपको Rajesh Exports बारे में जानकारी प्रदान करने में सफल रहा होगा। कृपया इसे अपने दोस्तों के साथ साझा करें ताकि उन्हें भी इस मोटिवेशनल कहानी से मोटिवेट होने का मौका मिले। हमारे Business पृष्ठ पर और भी बिजनेस से जुड़ी रोचक कहानियाँ पढ़ने के लिए जरूर जाएं।
Rajesh Exports Story के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
Rajesh Exports कंपनी की शुरूआत कब की थी?
गुजरात के रहने वाले Rajesh Mehta ने साल 1982 में Rajesh Exports कंपनी को शुरू किया था।
इस साल का Rajesh Exports का Revenue कितना हैं?
इस साल का Rajesh Exports का Revenue लगभग 32 बिलियन डॉलर रहा है।